प्रिय छात्र एवं छात्राओं
महाविद्यालय के प्रथम शिक्षण सत्र में प्रवेश हेतु हम आपका स्वागत करते है | मेरी अपेक्षा है कि आप महाविद्यालय के अनुशासित विद्यार्थी रहेगें | इस उम्र में, मन में जीवन के प्रति नई उमंगें हिलोरें मारती रहती हैं, जीवन में कुछ कर दिखाने की चेष्ठा बनी रहती हैं |क्योकि इस उम्र में शरीर एवं मन में अतिरिक्त ऊर्जा होती हैं | इस स्थिति में आपके पास एक निर्धारित लक्ष्य अवश्य होना चाहिए क्योकि सही लक्ष्य होने की न स्थिति में ऊर्जा का व्यर्थ व्यय होता हैं | निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु एक सही पथ प्रदर्शन की आवश्यकता होती हैं, जो आपको आपके शिक्षक के रूप में मिलेगे | उन्ही के निर्देशन में शिक्षा ग्रहण करें | शिक्षा हमारे संस्कारों का निर्माण करती हैं, यह हमारे जीवन के लिए अमूल्य है क्योकि भटकाव क्षणिक होता है, जबकि संस्कार जीवन के अंतिम चरण पर भी साथ होता हैं | संस्कार हमारे भीतर स्नेह, माधुर्य और सौन्दर्य का विकास करता हैं | रचनात्मक रुझान विकसित कर हम सभ्यता की सीढी पर चढ़ने चले जाते हैं | ऐसे ही उद्देश्यों की पूर्ति हेतु महाविद्यालय की स्थापना की जाती हैं |
Facilities
Sports
Healthcare
Library
Labs
Social Media